समभाव रखनेवाले को कभी,
तनाव - रक्तचाप नहीं होता है,
सुखी - स्वस्थ रहते हैं आजीवन,
औ ताप - संताप नहीं होता है,
ताप - संताप नहीं होता है,
सदा हर्षित - हँसमुख रहते हैं,
कहते 'कमलाकर'हैं दुःख-सुख में,
समत्व - समभाव रखते हैं।।
कवि कमलाकर त्रिपाठी.
समभाव