(प्रार्थना)
नीलम राकेश
बच्चे की नादानी
बची रहे ।
दादी नानी की कहानी
बची रहे ।
गांव घर की हरियाली
बची रहे ।
खेलने कूदने की आजादी
बची रहे ।
कागज की नाव पुरानी
बची रहे ।
खेल पुराने ,गुड़िया की शादी
बची रहे ।
यादों की गठरी पुरानी
बची रहे ।
तेरे मेरे बचपन की कहानी
बची रहे ।
नीलम राकेश
लखनऊ