डॉ अवधेश कुमार अवध
राम नाम आधार, अन्य क्षणभंगुर नश्वर।
इनसे ही भव पार, सभी होते हैं तट पर।।
इधर उधर की बात न सोचो और न भटको।
पगबाधा को देख न मद -माया में अटको।।
कर्म मर्म से शुद्ध, धर्म की राहें पकड़ो।
गुरु सज्जन गुणवान, मिलें तो सादर जकड़ो।।
बहुत हो चुकी देर, न समय गँवाना होगा।
अवध न जाए हार, अवधपति! आना होगा।।
डॉ अवधेश कुमार अवध
8787573644