नाम ---नन्द लाल मणि त्रिपाठी साहित्यिक उप नाम-पीताम्बर
पद--प्रचार्य
संस्थान --भारतीय जीवन बीमा निगम
जन्म स्थान-----गोरखपुर
निवास -C--159 दिव्य नगर कालोनी पोस्ट -खोराबार जनपद-गोरखपुर -273010 उत्तर प्रदेश
भाषा ज्ञान------हिंदी, संस्कृत , अंग्रेजी ,बंग्ला ज्ञान शैक्षिक स्तर---स्नातकोत्तर तक सभी बिषयों के अध्यापन क़ि योग्यता
समाजिक गतिविधि--1-युवा संवर्धन संरक्षण 2-बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ 3-महिला सशक्तिककर्ण 4--विकलांग अक्षम लोंगो के लिये प्रभावी परिणाम परक सहयोग
लेखन विधा--कविता ,गीत ,ग़ज़ल,उपन्यास , कहानी आदि ।। प्रकाशितकृति--एहसास रिश्तों का प्रकाशित।।
शुभा का सच उपन्यास और शौर्य का शंखनाद प्रकाशन स्तर पर।
अध्ययन एव अतिरिक्त ज्ञान--आधुनिक ज्योतिष विज्ञानं योग्यता ---वक्ता एवम् प्रेरक
साझा संकलन --पच्चीस
सम्मान ---दो अंतरराष्ट्रीय सम्मान
दो सौ राष्ट्रीय सम्मान बिभिन्न स्तरों पर
नैतिकता
चकाचौंध भौतिकता है
नैतिकता स्वच्छ मन बुद्धि की नियत
नैतिकता जीवन का मौलिक मूल्य
नैतिकता का ही अनमोल जीवन।।
नैतिकता ताकत है नैतिकता
मानव को मानवता विरासत
नैतिकता की नीति नियत से
भुवन यह आलोकित ।।
थक जाना हार जाना निराशा
बेवस लाचारी भौतिकता के
चका चौध की बीमारी ।।
भौतिकता में परतन्त्र पुरुषार्थ
भौतिकता की लोलुपता दीमक
खोखला कर देती व्यक्तित्व
बैभव विराट।।
छंट जाएगा अंधेरा सूरज का
निकलना नितांत सिद्धान्त विधान
सूरज का भी अंधेरो के बाद ही अस्तित्व है।
नैतिकता मूल्यों के मानव
जीवन मे ईश्वर इच्छा और परीक्षा नैतिकता दृढ़ता परिणाम ।।
नही टुटता नही विखरती नैतिकता
सच्चाई भौतिकता की चकाचौंध में
दिखती आडम्बर की परछाई।।
निराश नही होती नैतिकता
नैतिकता का ह्रास नही
नैतिकता संघषों की नीयत होती
कभी परास्त नही।।
शत्रु हो जाये जो भी युग में चिंता परवाह नही निष्छल निर्मल निर्विकार
नैतिकता जीवन मौलिक मूल्य
प्रवाह।।
नैतिकता कपोल कल्पना नही
नैतिकता विडम्बना नही
नैतिकता निष्काम कर्म धर्म
जीवन संसार।।
नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर
गोरखपुर उत्तर प्रदेश