जय गुरुदेव

एक कुण्डली 



रोशनी किरण

            चलता फिरता तीर्थ ये , नारायण है नाम ।

            भक्तों की रक्षा करें , गुरुवर का है काम ।।

            गुरुवर का है काम , अजब है लीला उनकी ।

            पितृ हैं भगवनदीन , राजरानी मां जिनकी ।।

          कहे " किरण " समझाय, यही हैं पालन करता ।

        दुख सबके मिट जाय , करें सुख चलता _ फिरता ।।

                     ।।  ।।

              

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