मत दूषित करो सोच ,ये जीवन खत्म करती है।
दूर करो दुःखदायी सोच,ये कष्ट तुमको देती है।।
सकारात्मक सोच देती जीवन ,
इसको तुम जीवन में उतारो।
नकारात्मक हर लेती जीवन,
इससे तुम जीवन को बचाओ।।
शुद्ध रखो अपने विचार, ये खुशियाँ तुमको देती है।
दूर करो दुःखदायी विचार,ये कष्ट तुमको देती है।।
सुन्दर सोच देती दीर्घ जीवन,
इसको तुम आत्मसात करो।
बुरी सोच करती है मर्दन ,
इसका तुम बहिष्कार करो।।
स्वरचित
प्रीति (अध्यापिका)
मिर्ज़ापुर