ग़ज़ल May 07, 2021 • मुख्य सम्पादक शिवेश्वर दत्त पाण्डेय ,सम्पादक सुबाश चन्द्र पाण्डेय , समन्वय सम्पादक बिमलेन्दु भूषण पाण्डेय सम्पादक बिहार मीर शाहनवाज मेरे इश्क की दरियाक्यों, समंदर तक जाती नहीं है ।ये क्यों किनारों से टकराकरलौट, मेरे पास आती नहीं है ।हवाओं का रुख भीअब उसकी खबर लाती नहीं है ।उसके दिल को, मेरी यादेंअब तड़पाती नहीं है ।~ रंजन सावहावड़ा, पश्चिम बंगाल