ईद मुबारक हो

 

शास्त्रीसुरेन्द्र दुबे 

हिंदुस्तान में अमन हो,

भाईचारे का सृजन हो,

कठिन कालचक्र में,

न आपस में रण हो।।


अनेकता दफन हो,

नव एकता सृजन हो,

विचार पाक पावन हो,

हैवान को हनन हो।।


इंसानियत सृजन हो,

इंसान को नमन हो,

कोशिश करें सभी मिल,

खुशहाल ए वतन हो।।


अल्लाह की इबादत हो,

श्री राम का भजन हो,

ऐसा सभी का मन हो,

मेरा बादशाह वतन हो।।


*मुबारकबाद और हार्दिक शुभकामनाएं*


*@काव्यमाला कसक*


*शास्त्रीसुरेन्द्र दुबे अनुज जौनपुरी*


kavyamalakasak.blogspot.com

Popular posts
अस्त ग्रह बुरा नहीं और वक्री ग्रह उल्टा नहीं : ज्योतिष में वक्री व अस्त ग्रहों के प्रभाव को समझें
Image
ठाकुर  की रखैल
Image
दि ग्राम टुडे न्यूज पोर्टल पर लाइव हैं यमुनानगर हरियाणा से कवियत्री सीमा कौशल
Image
दि ग्राम टुडे न्यूज पोर्टल पर लाइव हैं प्रो आराधना प्रियदर्शिनी जी हजारीबाग झारखंड से
Image
दि ग्राम टुडे न्यूज पोर्टल पर लाइव हैं लखीमपुर से कवि गोविंद कुमार गुप्ता
Image