आशीष भारती
कोरोना बीमारी में फुर्सत के पल
लाकडाउन बना जीवन पर भारी
सफाई स्वास्थ्य पुलिस कर्मी की
कोरोना जंग से लड़ने की तैयारी।।
कोरोना बीमारी में फुर्सत के पल
अपने घर परिवार की चिंता छोड़
देश को स्वस्थ्य रखने की आयी बारी
कोरोना फाइटर्स बन कमान संभाली।।
कोरोना बीमारी में फुर्सत के पल
जीवन भर लड़ूंगा घुटकर मरूंगा
गंदगी का मैं खुद सामना करूंगा
ना आने दूंगा तुम पर कोई चिंगारी।।
कोरोना बीमारी में देश दुनिया को
आज मिले जीने को फुर्सत के पल
भौर की पहली किरण को उठकर
मैं संभालता देश की गंदगी सारी।।
कोरोना बीमारी में फुर्सत के पल
वायु ध्वनि प्रदूषण से मुक्ति मिल गयी
देश में शुद्ध स्वच्छ वातावरण हो गया
प्रकृति का यौवन बना आज श्रंगारी।।
मजलूम बेसहारा असहायों की
मदद करने की उठाओ जिम्मेदारी
अपनों संग घर पर रहो सुरक्षित रहो
कोरोना फाइटर्स के सम्मान में बजाओ ताली।।
*आशीष भारती*
लेखक/ कवि/ समीक्षक
(प्रशासनिक सहायक : फार्मेसी कॉलेज बडूली)
सहारनपुर (उत्तर प्रदेश)