मंदिर मस्जिद चर्च गुरूद्वारे नहीं अस्पताल बनायें

 


डॉ.विनय कुमार श्रीवास्तव

मंदिर मस्जिद हो या कि हो चर्च गुरुद्वारा,

ईश्वर अल्ला ये गॉड वाहे गुरु को पुकारा।


ये तब ही संभव है जब जीवन रहे हमारा,

अभी तो ये कोरोना ने लाखों को है मारा।


दवा ऑक्सीजन वेंटीलेटर बेड की है मार,

चलें बनाया जाये कोविड अस्पताल यार।


ऑक्सीजन वेंटीलेटर बेड मिले करें भर्ती,

दवा डॉक्टर सब मिले उठे ना कोई अर्थी।


इससे बड़ा पुण्य ना कोई ना कोई है धाम,

सक्षम हैं वे शुरू करें अस्पताल का काम।


नर सेवा ही नारायण सेवा है कर लें अभी,

जग में प्रलय मचा है हाहाकार रुके कभी।


मंदिर मस्ज़िद चर्च गुरुद्वारा से बड़ा जरुरी,

गाँव शहर में और अस्पताल बने ये जरुरी।


स्कूल बहुत हैं बने न बने अस्पताल जरुरी,

जीवन तभी बचेगा ये अस्पताल है जरुरी।


धन कितना भी कमा ले जमा कर ले कोई,

बीमारी में ये दवा इलाज ही होतें हैं जरुरी।


बेईमानी काला बाजारी छल कपट ये लूट,

काम नहीं आता है जब प्राण जातें हैं छूट।


किसी की मजबूरी से कोई फायदा उठाया,

धन की लालच में जिसने ये अधर्म कमाया।


इस धन की कोई न वैल्यू ये लांछित बेकार,

इस आपदा में धर्म करो वर्ना जीवन बेकार।


*डॉ.विनय कुमार श्रीवास्तव*

वरिष्ठ प्रवक्ता-पी बी कालेज,प्रतापगढ़ सिटी,उ.प्र.

इंटरनेशनल चीफ एग्जीक्यूटिव कोऑर्डिनेटर

2021-22,एलायन्स क्लब्स इंटरनेशनल,प.बंगाल

संपर्क : 9415350596

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