राष्ट्रीय बाल विज्ञान कांग्रेस में रिया मिश्रा और कौशिकी तिवारी का राष्ट्रीय स्तर की प्रतियोगिता के लिए चयन

 




मनीष कुमार दूबे ब्यूरो चीफ 

जौनपुर । राष्ट्रीय बाल विज्ञान कांग्रेस की 28 वीं राज्य स्तरीय प्रतियोगिता में सीनियर वर्ग में श्री गांधी स्मारक इंटर कॉलेज समोधपुर  की छात्रा रिया मिश्रा एवं कौशिकी तिवारी की टीम का चयन राष्ट्रीय स्तर की प्रतियोगिता में प्रतिभाग के लिए किया गया है । ज्ञात हो कि राज्य स्तरीय प्रतियोगिता का आयोजन 23, 24 एवं 25 जनवरी को हुआ था ,जिसमें विद्यालय की दो टीमों, सीनियर वर्ग में रिया मिश्रा एवं कौशिकी तिवारी तथा जूनियर वर्ग में रिया अग्रहरी एवं स्नेहा सिंह ने प्रतिभाग किया था । भौतिक विज्ञान प्रवक्ता धर्म देव शर्मा के कुशल मार्गदर्शन में पूर्ण किए गए प्रोजेक्ट "मोरिंगा : प्रकृति का एक अनमोल उपहार" को प्रस्तुत करते हुए लीडर रिया मिश्रा ने सहजन की फली एवं पत्तियों से होने वाले लाभ को बताते हुए आंकड़ों के माध्यम से प्रायोगिक पुष्टि भी की जिसकी सराहना निर्णायकों द्वारा की गई ।उधरनपुर, समोधपुर एवं हरीपुर गांव के चयनित ग्रामीणों पर किए गए प्रयोग से सिद्ध हुआ कि सहजन वास्तव में प्रकृति का वरदान है । 2 फरवरी को राज्य समन्वयक डॉ एस के सिंह के द्वारा पूर्वी उत्तर प्रदेश के 37 जिलों के प्रस्तुत प्रोजेक्ट में 21 चयनित टीम की लिस्ट जारी की गई ,जिसमें रिया मिश्रा का नाम सम्मिलित होने से विद्यालय में हर्ष की लहर है । विद्यालय के प्रबंधक श्री हृदय प्रसाद सिंह 'रानू' ने छात्राओं के प्रयास की सराहना करते हुए कहा कि समाज में ऐसे नवाचार के प्रति जागरूकता फैलाने की आवश्यकता है।उन्होंने चयनित टीम को शुभकामनाएं दी। प्रधानाचार्य श्री विनोद सिंह ने छात्राओं को बधाई देते हुए कहा कि सभी के भीतर वैज्ञानिक प्रवृत्ति विद्यमान रहती है जिसे मूर्त रूप देने की आवश्यकता है। उन्होंने पूरे विद्यालय परिवार को इस सफलता का श्रेय दिया। विद्यालय के सभी अध्यापकों ने रिया मिश्रा एवं कौशिकी तिवारी को दिल से आशीर्वाद दिया। इसके पूर्व जनपद स्तरीय प्रतियोगिता 17 जनवरी  को नेहरू बालोद्यान इंटर कॉलेज जौनपुर आयोजित हुई थी जिसमें विद्यालय की 7 टीमों ने प्रतिभाग किया था तथा 2 टीमों का चयन राज्य स्तरीय प्रतियोगिता के लिए हुआ था। प्रोजेक्ट को पूरा करने में जीव विज्ञान प्रवक्ता डॉ अजय कुमार सिंह और कृषि विज्ञान प्रवक्ता सोमनाथ यादव का सहयोग सराहनीय  रहा । विदित हो कि राष्ट्रीय स्तर की प्रतियोगिता में  भारत सहित  श्रीलंका , थाईलैंड  ,म्यांमार  भूटान सहित  आसियान के सभी 10 देशों द्वारा प्रतिभाग किया जाता है । पूर्वी उत्तर प्रदेश के 37 जिलों के चयनित प्रोजेक्ट के प्रस्तुतीकरण एवं निर्णायकों के द्वारा सर्वोत्तम प्रोजेक्ट के चयन की जिम्मेदारी जिला विज्ञान क्लब अंबेडकरनगर को दी गई थी जिसे वहां के जिला समन्वयक ने बखूबी निभाया।  राष्ट्रीय बाल विज्ञान कांग्रेस के पूर्वी उत्तर प्रदेश के 37 जिलों के आयोजन की जिम्मेदारी राज्य समन्वयक डॉक्टर एस के सिंह की है तथा पश्चिमी उत्तर प्रदेश के 38 जिलों की प्रतियोगिता का आयोजन सचिव विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विभाग द्वारा किया जाता है।

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