ब्यूरो चीफ- सिद्धार्थ श्रीवास्तव अंबेडकरनगर
अम्बेडकरनगर -- सभ्य समाज में कभी कभी ऐसे वाकये सामने आ जाते हैं कि मानवता का सिर शर्म से झुक जाता है।सभ्य समाज होने का दावा करने वाला समाज गरीब और गरीबी दोनों से किस कदर बेरुखी अपनाता है इसका उदाहरण शुक्रवार को चंदनपुर गाँव में दिखा जब बीमारी से मरे गरीब दादा के अंतिम संस्कार के लिए पोते की मदद को न तो गांव वाले ही और न ही रिश्तेदार आगे आये। ऐसे में गरीब आठ वर्षीय पोते के लिए थानाध्यक्ष और भाजपा नेता
फरिश्ता बने और आर्थिक मदद करते हुए गरीब के अंतिम संस्कार की व्यवस्था की।बताया जाता है कि थानाध्यक्ष जहांगीरगंज नागेंद्र सरोज सुबह लगभग दस बजे थाना परिसर में सरकारी काम काज निपटाते हुए आये हुए फरियादियों की समस्या सुन रहे थे। इतने में एक मासूम बच्चा उम्र लगभग आठ साल आकर फरियादियों के बीच खड़ा हो गया। बच्चे का हाथ टूटा हुआ था। थानाध्यक्ष की निगाह गयी थी बच्चे को पास बुलाया। मौके पर भाजपा के अनुसूचित मोर्चा के जिलाध्यक्ष अभिषेक कन्नौजिया भी थे। थानाध्यक्ष के पास पहुंच कर मासूम बालक बिलख बिलख कर रोने लगा। बच्चे को पानी पिला कर शान्त कराया और पूछा तो बच्चे ने बताया कि उसका नाम एलियस एवं घर चंदन पुर गाँव में है। उसके पिता का नाम सुभाष सिंह है। जो बाहर प्राइवेट नौकरी कर रहे हैं।उसके दादा दीनानाथ सिंह की मौत गुरुवार की शाम को छह बजे हो गई है। जिनके अंतिम संस्कार की व्यवस्था नहीं हो पा रही है। गांव और रिश्तेदार सभी ने मदद करने से हाथ खड़ा कर दिया है। इतना कहकर आठ वर्षीय मासूम बालक रोने लगा। मासूम की बात सुनकर थानाध्यक्ष नागेंद्र सरोज एवं भाजपा सूचित मोर्चा के जिला अध्यक्ष अभिषेक चौधरी सहित उपस्थित सभी लोग द्रवित हो गए। थानाध्यक्ष एवं भाजपा नेता ने बच्चे को आर्थिक मदद कर अंतिम संस्कार की व्यवस्था सुनिश्चित कराया। भाजपा नेता अभिषेक चौधरी ने कहा कि अंतिम संस्कार की व्यवस्था सुनिश्चित कराई गई है भविष्य में भी अन्य मदद सुनिश्चित कराई जाएगी।