प्रियंका चौरसिया
दि ग्राम टुडे प्रकाशन समूह न्यूज़ पोर्टल हिन्दी के फेसबुक पेज पर चल रहे आनलाईन एकल कविता पाठ के कार्यक्रम को उत्साहजनक समर्थन मिलने लगा है ।
कवियत्री सुनीता जायसवाल , किरण झा और श्वेता कन्नौजिया के एकल कविता पाठ को श्रोताओं ने काफी सराहा।
सुनीता जायसवाल की रचनाओं :-
: उठो जरा अब नींद से जागो
तिमिर को दूर भगाना है
चलो जलाएं एक प्रण मशाल
हमें रामराज्य ले आना है!आज मुझे लगता है जैसे
पिछड़ा भारत अच्छा था
मिट्टी की कच्ची दीवारें थी
पर मन का आंगन पक्का था
को काफी सराहा गया ।
कवियत्री किरण झा की प्रस्तुति निम्न रही :-
ग़ज़ल
हिस्से में मेरे लेकिन बस इंतजार आया
कैसे कटेगा ये पल दिल तो पुकार आया
गजल
अधूरी सी मुहोब्बत है अधूरा प्यार जाने क्यूं
ख्यालों में भी हुआ करता है तकरार जाने क्यूं
स्वतंत्र
ए नादान परिंदे
क्यों सोचता है इतना
जिसने दिया है पंख ,वही उड़ान भी देगा
ज़मीं ही नहीं खुला आसमान भी देगा
तोटक छंद आधारित गीत
जननी मुझको वरदान मिले
कुछ तो हमको सम्मान मिले
जिन्हें काफी पसंद किया गया
कवियत्री श्वेता कन्नौजिया की रचनाओं को भी काफी तारीफें मिली
कविता 1- भारत का लुटा भाग्य बना सकते हो
ऊंगली पे हिमालय के उठा सकते हो
विश्वास रखो एक अगर हो जाओ
आकाश को धरती पर झुका सकते हो
कविता 2- मैं शिक्षक हू शिक्षक बनने का
अभिमान करना चाहिए
सम्मान करना चाहिए