पं वेद प्रकाश तिवारी ज्योतिष एवं हस्त रेखा विशेषज्ञ
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पूजा का मुहूर्त
प्रातः 5: 59 से लेकर 9:40 बजे तक ।
भाद्रपद में शुक्ल पक्ष की चतुर्दशी तिथि को अनंत चतुर्दशी कहा जाता है। इसे अनंत चौदस भी कहते हैं। इस भगवान विष्णु की पूजा की जाती है। इस दिन व्रत रखकर भगवान विष्णु के अनंत रूप की पूजा की जाती है। इसी दिन गणेश उत्सव का समापन भी है। इसलिए इस तिथि का और भी महत्व माना गया है। 2020 में अनंत चतुर्दशी का तिथि 1 सितंबर को मंगलवार के दिन पड़ रही है। कल परसों से ही मेरे पास कई फोन आ रहे थे कि हम रविवार के दिन ही अनंत चतुर्दशी का व्रत करें या ना करें। बहुत से लोगों को यह भ्रम रहा है। यह सही है या गलत है तो आइए इस बारे में डिटेल से बात करते हैं।
रविवार को त्रयोदशी तिथि सुबह 8:20 तक थी और उसके बाद चतुर्दशी तिथि शुरू हो गई । लेकिन जिस तिथि में सूर्य उदय हो वही तिथि मानी जाती है और रविवार का सूर्य उदय त्रयोदशी तिथि में हुआ है। इसलिए चतुर्दशी तिथि 1 सितंबर 2020 मंगलवार के दिन मानी जाएगी। और साथ ही पंचक भी शुरू हो रहे हैं। वैसे भी सीधा सा हिसाब है पूर्णिमा 2 सितंबर 2029 बुधवार के दिन है उस दिन पहला श्राद्ध भी है। इस हिसाब से भी उसे ठीक एक दिन पहले भगवान अनंत चतुर्दशी का व्रत माना जाएगा
अनंत चतुर्दशी महत्व
इस व्रत को करने से भगवान विष्णु की कृपा प्राप्त होती है। इस व्रत को 14 वर्षों तक लगातार करने से मनुष्य विष्णु लोक को प्राप्त करता है। इस व्रत में भगवान विष्णु के अनंत अवतारों की पूजा की जाती है, इसलिए यह व्रत अनेकों गुना अधिक फलदायक माना गया है। यह सर्वप्रथम पांडवो नें व्रत किया था। जब महाभारत के युद्ध से पहले पांडवों ने जुआ खेला था, तब उनका सारा धन नष्ट हो गया। तब उन्होंने भगवान कृष्ण से प्रार्थना करते हुए उपाय पूछा, तब श्रीकृष्ण जी ने कहा की जुआ खेलने के कारण लक्ष्मी तुमसे रुठ गई हैं। अनंत चतुर्दशी के दिन आपको भगवान विष्णु का पूजन करना चाहिए। तभी से यह व्रत किया जाता है। इस व्रत को करने से लक्ष्मी जी भी प्रसन्न होती हैं।
पूजा की विधि
अनंत चतुर्दशी के दिन प्रातःकाल स्नान करके स्वच्छ वस्त्र धारण करें। किसी पटरी पर कलश स्थापित करें। इसके बाद कलश पर भगवान विष्णु की तस्वीर भी रखें। एक सूती धागे को कुमकुम, केसर और हल्दी से रंगें और अनंत सूत्र बनाएं इस सूत्र में चौदह गांठें लगाएं। इस सूत्र को भगवान विष्णु के समक्ष रख दें, अब विधिवत् भगवान विष्णु और अनंत सूत्र की पूजा करें।
अनंत चतुर्दशी पर गणेश विसर्जन का मुहूर्त
गणेश विसर्जन शुभ मुहूर्त 1 सितंबर 2020 मंगलवार। गणेश चतुर्थी वाले दिन भगवान गणेश की पूजा मध्याह्र काल यानी दोपहर के समय करें । सुबह 9:20 के बाद चर लाभ और अमृत के चौघड़िया चल रहे हैं तो दोपहर 2:00 बजे तक आप गणेश विसर्जन करें।