यादों की विरासत


 बच्चे कब छोटे से बड़े हो कर हम सबसे दूर अपने कर्तव्य पथ पर अग्रसर 
होते हुए कहीं  दूर निकल जातें है......और अपनी बचपन की खूबसूरत और 
यादगार यादें विरासत में हमारे पास छोड़ जातें है,.......और हम भी उन खूबसूरत अतीत को अपनी स्मृतियों में सहेजे हुए उनकी एक एक खट्टी मिट्ठी 
यादों को याद कर कभी मुस्कुराते तो कभी अनजाने ही आँख भर आती......
फिर उन यादों को बाँध कर सहेज कर रख देते,.........
उनके लिए जो हमें मातृत्व सुख से अभिभूत किये और पूर्ण नारी होने का सौभाग्य मिला उनके लिए हम हर पल अपना आशीर्वाद लिए रहते है। 
भगवान् भोले शंकर की कृपा सदैव उस पर बनी रहे,.......जीवन में हर पल 
ख़ुशी मिले,,,,,,,,खुशियों का जहान और सफ़लता का आसमान उनके कदमों में हो!!


मेरी कुछ पंक्तियाँ मेरी लाड़ली के लिए---
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सदा रहो चिन्मय चिरजीवी प्रीत भरी यह युग कर दो.
शुभ दिन लौटे यूँ ही शत शत जन्मदिवस यह युग युग हो!!
जन्मदिवस पर आज तुम्हारे यही भावना रखती हूँ। 
सब खुशियां हासिल हो तुमको यही कामना करती हूँ!!


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मेरी सोन चिरैया जिस दिन गोद में मेरे आयी थी.
नवल कुञ्ज स्नेह पुष्प का दिल में मेरे खिलाई थी!!
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रिश्तों की ख़ुश्बू बन कर यह रीत निभा जाना तुम!
पवन का सुरभित झोंका बन बग़िया महका जाना तुम!!
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बाबुल के  नयनों  में रहना बन  के सीप का मोती!!
आंगन तुलसी का बिरवा, ड्योढ़ी साँझा की ज्योति!!
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गंगा की स्निग्ध धार सी अविरल बहती रहना!
कली हो बाबुल की बगिया का मलय पवन सी बहना!!
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तुम हो पायल की रुनझुन सी तुम हो राग सुरीली!
तुम हो रंग महावर जैसी तुम हो बिंदिया रोली!!
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तुम हो मेरी सोन चिरैया तुम हो गुड़िया रानी!
पारिजात की नवलकुंज हो परियों की हो कहानी!!
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तुम निमिया की घनी छांव सी मलय पवन सी बहती!
अंगना दुअरा रौशन करती,प्रीत दिया बन जलती!!
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कर्म पथ पर होना अग्रसर,दृढ रहना हर पल जग में!
सत्य पथ पर ही चलना तुम हर पल अपने जीवन में!!
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चंदा की शीतलता रखना,सूर्य सा जग रौशन करना!
वाणी मधुर हर पल रखना तुम,मन स्निग्ध कोमल रखना!!
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जन्मदिन की ढेरों शुभकामनाएं---


मनीबेन द्विवेदी


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