शैलेंद्र कुमार तिवारी
उत्तर प्रदेश के जनपद सहारनपुर निवासी युवा लेखक कवि आशीष भारती के सम्पादन में उत्पीड़न, अन्याय, अत्याचार, एसिड अटैक, बलात्कार, जुल्म ज्यादती सह रही आज की नारी बन गयी अबला बेचारी विषय पर साझा काव्यसंग्रह *मैं निशब्द हूं* का सफल प्रकाशन रविना प्रकाशन दिल्ली से हुआ है। इससे पूर्व इनका एकल काव्य संग्रह अब न सहूंगा भी प्रकाशित हो चुका है।
साझा काव्यसंग्रह में 12 राज्यों से 20 चयनित रचनाकार गुजरात से गीतकार व कवि शैलेन्द्र कुमार तिवारी "शैलेन्द्र" जो मूल रूप से छपरा जिले के असहनी गांव के निवासी हैं , उत्तराखंड से डा.राधा वाल्मीकि, जे.एम. सहदेव, रेखा सहदेव, उत्तर प्रदेश से धर्मपाल सिंह चंचल, आशीष भारती, प्रीति चौधरी, योगेश सूद, रवि ढ़ींगिया, अंजू प्रजापति, चण्डीगढ़ से शकुंतला मुखर्जी, हरियाणा से सुखविंदर सिंह,
राजस्थान से बजरंग लाल सैनी, दिल्ली से डा.मोनिका माहेश्वरी, मध्य प्रदेश से प्रतिभा नागेश, गौरव शर्मा, बिहार से रूपेश कुमार, बैंगलौर से राही राज, तमिलनाडु से आर.जे. संतोष कुमार, छत्तीसगढ़ से परमानंद निषाद हैं ।