प्यारा का पाठशाला खोलूंगा
जहां प्रेम ही एक विषय होगा
जहां प्रेमी और प्रेयसी दो वर्ग होगा
जहां मानवता और इंसानियत का पेपर होगा
जहां एक दूसरे से प्यार करना सिखाया जाएगा
जहां समाज के हर वर्ग को अपनाया जाएगा
जहां जीवन में प्रेम का महत्व बताया जाएगा
जहां सबके हित में प्रार्थना कराया जाएगा
जहां प्रेम के देवता की पूजा होगी
जहां भाव प्रधान सुन्दर बातें होंगी
जहां शरीर के परे आत्मा को छूना सिखाया जाएगा
जहां अपनी गलती मानने का गुण बताया जाएगा
जहां का मकसद दुनिया में प्रेम फैलना होगा
जहां सबमें सदभाव रखना सिखाया जाएगा
शिवम् मिश्रा "गोविंद"
मुंबई महाराष्ट्र
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