प्रीत की तलाश है


दिल को प्रीत की तलाश है
मन को  मीत की तलाश है


हसीं   वादियां   हैं   दामन 
मधु  संगीत  की  तलाश है


पंछी   कलरव  करते  रहें
मधुर  गीत  की  तलाश है


हारों   को   गले   लगाया
हमें  जीत  की  तलाश  है


बंदिशों   से  मिले  राहत
नई  रीत  की   तलाश  है


अमूमन  खुशनुमा जहान
सच्ची नीत  की तलाश है


सुखविन्द्र  ने  देखा जहां
जन विनीत की तलाश है
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सुखविंद्र सिंह मनसीरत
खेड़ी राओ वाली (कैथल)


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