अच्छी बारिश हो रही, खुश है बहुत किसान।
बोकर अब निश्चिंत है, खेतों में वह धान।।
खेतों में वह धान, उगाता खूब बढ़ाता।
और उपज को बेच, लिए सब कर्ज चुकाता।।
रब से वह हर बार, करे बस यही गुजारिश।
करिना मुझे निहाल, गिरा के अच्छी बारिश।।
श्लेष चन्द्राकर,
पता:- खैरा बाड़ा, गुड़रु पारा, वार्ड नं.- 27,
महासमुन्द (छत्तीसगढ़) पिन - 493445,
मो.नं. 9926744445