दि ग्राम टूडे शिवम त्रिवेदी
जिला ब्यूरो प्रमुख
बिछिया (बहराइच)। सुजौली रेंज के गांवों में बीते कई दिनों से तेंदुए का आतंक बढ़ गया है। वनकर्मियों ने पिंजड़ा लगाने के साथ ही क्षेत्र में गश्त भी बढ़ा दी है, लेकिन तेंदुआ पकड़ में नहीं आया। इस पर वन विभाग ने तेंदुए को भगाने के लिए हथिनी जयमाला और चंपाकली से कांबिंग शुरू कराई है। तीन दिनों से दोनों हथिनी कांबिंग कर रही हैं।
कतर्नियाघाट वन्यजीव प्रभाग के सुजौली रेंज में जंगल से सटे गांव में तेंदुए की आमद काफी बढ़ गई है। इससे ग्रामीण दहशत में हैं। बीते पखवारे तेंदुए के हमले में तीन लोग घायल हो चुके हैं। इस दौरान एक तेंदुआ पकड़ा भी गया है। वहीं अन्य तेंदुओं की मूवमेंट आबादी के क्षेत्र में बढ़ गई है।तेंदुए के हमले में महिला समेत तीन लोग घायल हो चुके हैं। इस पर डब्ल्यूडब्ल्यूएफ की ओर से दो थर्मो सेंसर कैमरे लगाए गए हैं। कैमरे में तेंदुए का मूवमेंट जंगल से सटे गांव के आसपास ही दिख रहा है। इससे ग्रामीण काफी आक्रोशित हो गए।
ग्रामीणों के आक्रोश को देखते हुए वन विभाग ने सोमवार को कतर्नियाघाट से हथिनी जयमाला और चंपाकली को कांबिंग के लिए भेजा। महावत मोहर्रम अली, विनोद कुमार, मोहम्मद हाशिम, इरशाद अली, वन दरोगा अंगद राय, डब्ल्यूडब्ल्यूएफ के फील्ड सहायक मंसूर अली ने हथिनी के साथ गोड़ियाना, मटेही, रमपुरवा, अयोध्यापुरवा, भैंसाही, बनकटी आदि गांव में कांबिंग की। डीएफओ ने बताया कि कांबिग से तेंदुए को जंगल की ओर खदेड़ने में मदद मिलेगी।