दि ग्राम टूडे शिवम त्रिवेदी
जिला ब्यूरो प्रमु
बिछिया (बहराइच)। कतर्नियाघाट रेंज के गेरुआ नदी के पार बने टॉपू पर मंगलवार को घोसले से घड़ियाल के 19 बच्चे निकले। वन विभाग के मुताबिक बीते सात दिन में अंडों से घड़ियाल के 280 बच्चे निकले हैं। घड़ियालों के इन बच्चों को वन विभाग की ओर से गेरुआ नदी में छोड़ दिया गया है। घड़ियालों के बच्चे नदी में अठखेलियां कर रहे हैं। वन विभाग इसे पर्यावरण के लिए सुखद संकेत मान रहा है।
कतर्नियाघाट वन्यजीव प्रभाग में स्थित गेरुआ और कौड़ियाला नदी घड़ियाल, मगरमच्छ और डॉल्फिन के लिए पर्यावरण की दृष्टि से अनुकूल मानी जाती है। कतर्नियाघाट में स्थित गेरुआ नदी के तट पर बने टॉपू पर प्रतिवर्ष घड़ियाल अपने अंडे सहेजते हैं।तापमान 35 डिग्री से अधिक होने पर इन अंडों सै घड़ियाल के बच्चे बाहर निकलते हैं। जून में अनुकूल तापमान होने पर अंडों से नन्हें घड़ियाल आंख खोलने लगे हैं। इनकी देखरेख के लिए वन विभाग ने पहले ही कर्मचारियों को लगा रखा था।
कतर्नियाघाट के उप प्रभागीय वनाधिकारी यशवंत सिंह ने बताया कि गेरुआ नदी के टॉपू पर बने घोसले से मंगलवार को घड्यिाल के 19 बच्चों ने जन्म लिया, जिन्हें वन विभाग की टीम द्वारा एक माह से सहेजा जा रहा था।
उप प्रभागीय वनाधिकारी ने बताया कि सोमवार को नेस्ट से एक भी बच्चा नहीं निकला, क्योंकि बारिश होने से तापमान में नमी आ गई थी। उन्होंने बताया कि बीते सात दिनों में 280 घड़ियाल के बच्चे सुरक्षित निकले हैं, जिन्हें वनकर्मियों की देखरेख में गेरुआ नदी में छोड़ दिया गया है। यह बच्चे नदी में अठखेलियां कर रहे हैं। उन्होंने बताया कि वनकर्मियों की टीम निरंतर गश्त कर नेस्ट पर नजर रख रही है।