यह वाक्या है उत्तरप्रदेश के वाराणसी जिले में रहने वाली एक साधारण गृहिणी महिला के साथ हुई हिंसा का, गुलस्पा 22वर्ष, (मृतिका) का,
हालांकि परिजनों का आरोप है कि, गुलप्सा को लाठी डंडों से पिट- पिट करके मौत के घाट उतार दिया गया, इस घिनौनी कृत्य में गुलप्सा के शौहर (ईशा), उसका देवर (मूसा), हारून व उसकी मां और देवरानी ने पिट पिट कर अधमरा कर दिया, जिसके पश्चात इलाज के दौरान उसकी मृत्यु हो जाती है,
इस घटना को घटे हुए तकरीबन १२० घण्टों के ऊपर हो जाते हैं, और स्थानिक पुलिस मात्र टालमटोल करती रहती है,
मृतिका के छोटे भाई राजन के आग्रह पर, दुर्गाशक्ति के दखलअंदाजी देने के पश्चात फलस्वरूप दो दिन बाद में पोस्टमार्टम की रिपोर्ट के आधार पर S.O साहब द्वारा FIR दर्ज कर ली जाती है,
दुर्गाशक्ति के संस्थापक व राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री. कृष्णा जी का कहना है कि, हमारे समाज में आज भी इस दहेज कुप्रथा जैसे दिमक की बीमारी लगी हुई और यह अंदर अंदर हमारे भारत के बहु-बेटियों के जिंदगी को खोखला कर दे रही है,
इस मामले में मृतिका को न्याय दिलवाने में, उत्तरप्रदेश की जागरूक युवती, कु. रेश्मा खानम जी की महत्वपूर्ण भूमिका रही,
अतः दुर्गाशक्ति की समस्त महिलाएं व सभी युवा दिनरात माताओं - बहनों के हित में कार्यरत हैं,
हमारे दुर्गाशक्ति का उद्देश्य मात्र इतना ही है कि, समस्त महिला स्वयं को आत्मनिर्भर बना करके आत्मरक्षा स्वयं करें,
आवश्यकता पड़े तो दिए गए मेल आईडी पर मेल भेज कर जानकारियां प्राप्त कर सकते हैं - Durgashakti000@gmail.com
दुर्गाशक्ति ने वाराणसी में दिलवाया डंके की चोट पर इंसाफ