समय को हम दोस्त बना ले...........
हमें समय बताता रहता राह
कभी सुबह तो शाम कभी
सुख दुख के खेले वो दांव
ईमानदारी और अनुशासन से
अपने में कुछ भाव जगा ले
समय को हम दोस्त बना लें .................
समय की मांग कि सहना सीखे
गम भुला कर हंसना सीखे
सब धीर वीर गंभीर बने
परोपकार संयमी रहे
ना बदले एक अंतर्मन
मिलती रहे अपनों की छांव
चलो मानवता की ज्योत जला लें
समय को हम दोस्त बना ले.............…...
समय निरंतर चलता रहता
ना लेता वह कोई विराम
खोना न एक पल भी इसको
साथ चले तो जीवन आसान
कीमती है सारी दुनिया से
समय कराए लक्ष्य की पहचान
खुद से मन को अमीर बना ले
चलो समय को हम दोस्त बना लें..................
सीमा मिश्रा
सागर मध्य प्रदेश