आज हिन्दी पत्रकारिता- दिवस है,आज ही की तारीख़ को हिन्दी का प्रथम अख़बार उदण्ड- मार्तण्ड पं•युगल किशोर ने 1826 में निकाला था।
समसामयिक दौर में यह विचारणीय है कि ,क्या पत्रकारिकता की धार आज भी पहले जैसी #पैनी रह गई है या इसमें चाटुकारिकता और पक्षपात का जंग लग चुका है।
मीडिया को प्रजातंत्र देश का चौथा स्तंभ माना जाता है,मगर अधुनातन पत्रकार अपने दायित्व का निर्वहन क्या निष्पक्ष भाव से कर रहे हैं ? हालाँकि इसमें जान गँवाने का भी डर बना हुआ है।आज इस दिवस पर निडर,#निष्पक्ष और तटस्थ भाव से अपनी लेखनी से परिवर्तन लाने वाले पत्रकारों को नमन् तथा बधाई। तथा #कोरोना_काल में मुस्तैदी से अपना फर्ज निभाने के लिए सभी पत्रकार बन्धुओं को बधाई, शुभकामनाएँ |🙏😊😷
डाॅ. पुनीता त्रिपाठी
शिक्षिका. महराजगंज उ.प्र.