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सनम अहसास दिल के ये कभी फीके नहीं होंगे।
किसी भी मोड़ पर तुम से खफा रिश्ते नहीं होंगे।।
वफ़ा की बात ग़र आये सदा चर्चा मेरा होगा ,
कदम इक बार भी साथी मेरे बहके नहीं होंगे ।।
उतर आया जमी पें चाँद इक सुंदर छटा लेकर ,
किसी के ख्वाब यूँ मेरी तरह सच्चे नहीं होंगे ।।
डगर कैसी रहें सजना सदा तुम हमकदम रहना ,
अ़गर काँटे मिले तो भी हमे शिकवे नहीं होंगे ।।
मिली इतनी इनायत आपकी हम को मुहब्बत में ,
इबादत में खुदा के हाथ अब थकते नहीं होंगे ।।
नवाजा है मुहब्बत नें हमें ख्वाबों की दौलत से ,
किसी के ख्वाब यूँ मेरी तरह हँसते नहीं होंगे ।।
अपेक्षा ये दुआ मांगे सदा सिंदूर सजे अपना ,
य़की हैं कि खुदा हम से कभी रूठे नहीं होंगे।।
अपेक्षा व्यास
भीलवाड़ा राज.