लखनऊ के केजीएमयू  मेडिकल कॉलेज में आयुष्मान कार्ड धारकों के साथ हो रहा सौतेला व्यवहार रिश्वत के खेल में  हो सकते हैं बड़े हाथ अपनों को 


बचाने की जुगत में लगा विभाग पैसे के बल पर मरीजों की भर्ती होने का चल रहा खेल क्या हो पाएगी निष्पक्ष जांच उठ रही हूं उँगली


राजधानी लखनऊ केजीएमयू हॉस्पिटल लखनऊ में आयुष्मान कार्ड धारकों के साथ लगातार सौतेला व्यवहार किया जा रहा है सरकार के द्वारा अति महत्वाकांक्षी योजना सिर्फ कागजों पर संचालित हो रही है इसका जीता जागता सबूत अमेठी सुल्तानपुर से ब्रेन ट्यूमर की मरीज लगातार 6 महीनों से मेडिकल कॉलेज के चक्कर लगा रही हैं लगातार हालत बिगड़ती जा रही है जबकि उनका नंबर निकल चुका है और पैसा लेकर के दूसरे मरीजों को भर्ती किया जा रहा है विश्वसनीय सूत्रों के द्वारा लगातार ऐसी सूचनाएं मिल रही हैं अभी कुछ दिन पूर्व अखबारों की सुर्खियां बना एक कर्मचारी नीरज जो इस खेल में सम्मिलित था निलंबित कर दिया गया है वही शिकायतकर्ता के ऊपर भी डॉक्टरों ने दबाव डालकर अपने पक्ष में करने की कोशिश की लेकिन वही दैनिक अखबार में मेडिकल कॉलेज मैं मरीजों की भर्ती के खेल में सम्मिलित होने की प्रकाशित खबर को संज्ञान में लेकर जब जांच की तो जांच सही पाई गई वही मंत्री ने एफिडेविट लगाकर शिकायत करने की बात को कहां है अब मामला देखना है जांच में क्या होता है क्योंकि जांच मेडिकल के ही लोगों द्वारा की जाएगी जिससे जांच में भी खेल करके अपने कर्मचारी को बचाया जा सकता है इस बात से भी इंकार नहीं किया जा सकता कि इस खेल में जरूर बड़े लोगों का हाथ है वरना यह अदना सा कर्मचारी इतनी हिम्मत कैसे कर सकता है फिलहाल प्रधानमंत्री की जन आरोग्य योजना आयुष्मान सिर्फ और सिर्फ दिखावा बनकर रह गई है।


Popular posts
अस्त ग्रह बुरा नहीं और वक्री ग्रह उल्टा नहीं : ज्योतिष में वक्री व अस्त ग्रहों के प्रभाव को समझें
Image
गाई के गोवरे महादेव अंगना।लिपाई गजमोती आहो महादेव चौंका पुराई .....
Image
पीहू को जन्मदिन की हार्दिक शुभकामनाएं
Image
ठाकुर  की रखैल
Image
कोरोना की जंग में वास्तव हीरो  हैं लैब टेक्नीशियन
Image