आया रविवार
गया रविवार ।
हो गए काम
घरेलू चार ।।
टेलर बार्बर
और पलंबर
सबका सब
रोकड़ा व्यवहार ।
सुबह सुबहमें
मेहमान चार
दोपहर का भोजन
खुमासदार ।
शामको सबने
भरपेट खाया
इडली चटनी
और सांबार ।।
सुबह के मेहमान
बनारस मसाला
पान खाकर
हुए पसार ।
ठंडी ने किया
टाटा गुडबाय
गर्मीने खोला
अपना द्वार ।
आया रविवार
गया रविवार
आगे रहा
खड़ा सोमवार ।।
दिवाकर
16 2 2020