मातृभाषादिवस (21 Feb)—

 


हमरा गावँ, हमरा घर के मातृ भाषा ह भोजपुरी 
हमरा खेत हमरा खलिहान के अभिलाषा ह भोजपुरी 

खून हमरा रग-रग में, बस बहेला भोजपुरी के,
हमार आन-बान-शान,उम्मीद आशा ह भोजपुरी 

हम रहीं चाहे दुनिया के भले कौनो कोना में ,
बाकिर जोड़े हमरा जड़ से वु, लासा ह भोजपुरी 

भाई हो,अपना मातृ भाषा के गजबे होला मिठास 
बोलला सुनला पे लागे ला की बताशा ह भोजपुरी 

खून में बसल भाषा से केहू कईसे होई दूर जी 
जवन सुख-दुःख में आवे काम वु, दिलासा ह भोजपुरी 

अनघा प्यार-दुलार मिले ला एकरा दुनिया भर में,  
बाकिर अपने लोगवा के बेरुखी से, बेदशा ह भोजपुरी 
@नूरैन भाई


Popular posts
अस्त ग्रह बुरा नहीं और वक्री ग्रह उल्टा नहीं : ज्योतिष में वक्री व अस्त ग्रहों के प्रभाव को समझें
Image
गाई के गोवरे महादेव अंगना।लिपाई गजमोती आहो महादेव चौंका पुराई .....
Image
पीहू को जन्मदिन की हार्दिक शुभकामनाएं
Image
ठाकुर  की रखैल
Image
कोरोना की जंग में वास्तव हीरो  हैं लैब टेक्नीशियन
Image