मनोचिकित्सक आपकी पहचान,
लाखों दिलों की आप भगवान ।
लोगों की खुशियां लौटाती,
हर घर को आप सजाती।
आपके प्यारे दो मीठे बोल,
रोगी को दर्द दूआ अनमोल।
भगवान के रूप में आप हमारे
मन के विकारों को दूर करते वैध
हमारे ।
जीवन रोग के आप सुखदाई ,
बेबश चेहरे पर लाते अरुणाई।
रहे सलामत आपका जीवन,
आपसे है हम सबका जीवन।
ना उम्मीद की उम्मीद बनी आप ,
अंधियारे में प्रकाश बनी आप।
मानव रूप धरा पर गुणगान ,
धरती पर दूसरे हो भगवान ।
प्रीत से भरते सबका मन,
सत सत नमन है आपको प्रीति ।
आशा उमेश पाण्डेय