विनोद कुमार पाण्डेय
पिता श्री इन्द्रासन पाण्डेय
माता स्व० रामरति
शैक्षणिक योग्यता- एम०ए०, बी०एड०
शिक्षक
राजकीय हाई स्कूल,लिब्बरहेडी,
हरिद्वार।
रूचि- समसामयिक मुद्दों पर काव्य व कहानी लेखन।
उद्देश्य- मन ,कर्म व विचारों से समाज सेवा।
प्रारम्भिक शिक्षा- इन्द सिंह उच्च विद्यालय,हिलसड़, सिवान (बिहार)
उच्च शिक्षा- एल० एस० कालेज, मुजफ्फरपुर, बिहार
मन समझा नहीं
बहुत समझाया उसे,
मत बन भीड़ का हिस्सा,
बन कर रह जाओगे जग में,
तुम एक झूठा किस्सा।
हो जाओ तुम हकीकत से रूबरू,
करने दो तन को शूचितापूर्ण काम शुरू,
निरूदेश्य भटकता रहा तन
तेरे बहकावे में।
मन तुम अपनी गति को करो शांत,
तरी प्रेरणा से तन को मिलेगा हर्ष,
छूओगे जग में ऊंचाइयां,
दिन पर दिन होगा उत्कर्ष!
मन समझा नहीं!