नाम- तान्या सिंह
जन्म तिथि-10 मार्च
जन्म स्थान - आजमगढ़
शिक्षा- स्नातकोत्तर
अभिरुचि- ग़ज़ल, नज़्म, कविता ।
सम्प्रति- शिक्षण कार्य व लेखन
प्रकाशित रचनाएँ- सर्वभाषा पत्रिका, साहित्यनामा पत्रिका, अनुभव पत्रिका, इंकलाब पत्रिका, स्वैछिक दुनिया, वूमेन एक्सप्रेस, जयदीप पत्रिका, नेशनल एक्सप्रेस, वर्तमान अंकुर,युवा गौरव, दि ग्राम टुडे, कर्म कसौटी, नवीन कदम,दैनिक जागरण, दैनिक विजय दर्पण टाइम्स, इंदौर समाचार,लोकजंग समाचार पत्र तथा हिंदी अब्रॉड, हम हिंदुस्तानी अंतरराष्ट्रीय समाचार पत्रों में प्रकाशित।
संकलन- लम्हों से लफ़्ज़ों तक, भाव कलश,आत्म सृजन संकलित काव्य संग्रह में प्रकाशित। इसके अलावा purple hues3 और Parasva अंग्रेजी काव्य संकलन में प्रकाशित।
पता- गोरखपुर, उत्तर-प्रदेश
ई मेल- a.tnya.it@gmail.com
विधा~ग़ज़ल
वज़्न- 2122 1212 22
आज़ रिश्तों में दाम आएगा
जब हो मतलब सलाम आएगा
खत्म होने पे ही कहानी के
सूखा वो पेड़ काम आएगा
दर्द-ए-ना-रसा की गोदी में
चुभता लम्हा तमाम आएगा
पेड़ जो झेल जाते, हर मौसम
उनसे फल भी, दवाम आएगा
रात से दिन हो, जिसकी हिचकी से
चाह ले तो, इनाम आएगा
मुल्क में मरते जा रहे बच्चे
कंस के वध को, श्याम आएगा
तान्या सिंह