साठा के पाठा
🌹

 

साठा का पाठा के, कहानी गज़ब बा,

   अनुभव से भरल जिनगानी गजब बा।

        

हारल ना अब तक का दउड़ धूप से,

     देखी के जवनकु का हैरानी गजब बा।

 

हर महफ़िल के नजर इनहीं प टीके,

      एह बात से सबका परेशानी गजब बा।

 

मान ल तूं इनकर हस्ती दिल खोल के,

      प्रतियोगिता कइला में नादानी गजब बा।

 

डेगे डेग तोहके देखावस उ रहीया,

      तोहरा पर उनकर ई मेहरबानी गजब बा।

 

संजय कुमार ओझा

गांव+ पोस्ट : धनगड़हाँ,

जिला : छपरा, बिहार

पेशा : इलेक्ट्रिकल इंजीनियर

वर्तमान निवास : गाजियाबाद, उ. प्र.

सनेस: भोजपुरी के जुबान पर नाहीं दिल में राखीं, जुबान पर अपने से आ जाई।

Popular posts
सफेद दूब-
Image
अस्त ग्रह बुरा नहीं और वक्री ग्रह उल्टा नहीं : ज्योतिष में वक्री व अस्त ग्रहों के प्रभाव को समझें
Image
अभिनय की दुनिया का एक संघर्षशील अभिनेता की कहानी "
Image
बाल मंथन इ पत्रिका का ऑनलाइन विमोचन
Image
अभियंता दिवस
Image