बेटी बहू में फर्क कैसा?

विमल सागर

बेटी बहू फर्क कैसा

  आकर्षण दुनिया सब कैसा

   विवाह बेटी खुशियां मनायें  

     खर्चा अधिक शादी दुख कैसा?

*************************

दान पुण्य दहेज कहाया

  दहेज बिन क्या शादी सुख कैसा

    बहू संस्कार लाये क्यों

      बेटी बन रंग दिखाये तो कैसा?

**************************

बेटी अंतर्मन दुखी हुईं

  बहू करे आज की नाटक 

    नहीं समझ यह सुख कैसा?

    कहे बहू बेटी में फर्क कैसा?

**************************

देखीं मरतीं बेटी बलि नहीं दहेज

 मरतीं हैं बेटी बंदिश पाकर घर की

   कुरीती कदम पुरूष संग कैसा?

    बेटीबनूँ चाह बहू तो भ्रम कैसा?

**************************

   शोषण -शोषित वही हुई 

     जिसमें विश्वास संस्कार सभी थे

     घुटी चींख निकली ना बाहर

  सिखायें संस्कार व्यर्थ बेटी कैसा?

        **********************        

  बेटी बहू में फर्क कैसा

   जाना सबने सबने समझा तो

     नारी नारी शोषण क्यों कैसा?

      बेटी बहू में फर्क कैसा ?

विमल सागर

उत्तर प्रदेश

Popular posts
अस्त ग्रह बुरा नहीं और वक्री ग्रह उल्टा नहीं : ज्योतिष में वक्री व अस्त ग्रहों के प्रभाव को समझें
Image
गाई के गोवरे महादेव अंगना।लिपाई गजमोती आहो महादेव चौंका पुराई .....
Image
पीहू को जन्मदिन की हार्दिक शुभकामनाएं
Image
ठाकुर  की रखैल
Image
कोरोना की जंग में वास्तव हीरो  हैं लैब टेक्नीशियन
Image