सब कुछ छोड देना अपनो के लिए, पर किसी भी कीमत पर अपनो को ना छोडना!
अपने ही हमारे जीवन की मजबूत डोर हैं,
जिसके बिना हम मजबूत होते हुए भी कमजोर हैं!
अहसास होता है इस अपनेपन का हर खुशी मे हर गम मे,
साथ हो अपनो का तो कट जाती है जिन्दगी, हर हाल मे हर मौसम मे!
अपनो की जरूरत है हर किसी को,अपनो का होना बहुत ही जरूरी है,
बिखरते रिश्तो को समेटने के लिए , टूटे दिल को जोडने के लिए ये एक कड़ी जरूरी है!
अपना होने के लिए रिश्ता खून का नही है जरूरी,
दिल से दिल का मिलना,एक दूसरे को समझना है जरूरी,
इसलिए तो कहती हूँ सबकुछ छोड देना अपनो के लिए, पर अपनो को कभी मत छोड़ना।