आचरण

मानसी मित्तल

कुशल आचरण से बनें मानव तभी महान।

विन्रम स्वाभव ही बनाता जग में हमारी पहचान।।

******************

शिष्ट यदि व्यवहार हो मिले उसी को मान।

सरल वाणी से बनें और अधिक गुणवान।

*******************

यदि विरासत में मिले संस्कारों की खान।

सुंदर आचरण से बनें हमारे कुल की पहचान।

*******************

अच्छे आचरण से मिले जग में सर्वोच्च स्थान।

इसी आचरण से अवगत होता है इंसान।।

*******************

मधुर आचरण से होता है तन मन का दर्पण।

सच्चा जीवन वही जीते हैं जो करते इसका विचरण।।

*******************

सभ्य आचरण से ही मिले हमें सच्चा ज्ञान।

अच्छे सत्कर्म से बनें हम सभी विद्धवान।।


स्वरचित✍️

मानसी मित्तल

शिकारपुर

जिला बुलंदशहर

उत्तर प्रदेश

*******************

Popular posts
अस्त ग्रह बुरा नहीं और वक्री ग्रह उल्टा नहीं : ज्योतिष में वक्री व अस्त ग्रहों के प्रभाव को समझें
Image
गाई के गोवरे महादेव अंगना।लिपाई गजमोती आहो महादेव चौंका पुराई .....
Image
पीहू को जन्मदिन की हार्दिक शुभकामनाएं
Image
ठाकुर  की रखैल
Image
कोरोना की जंग में वास्तव हीरो  हैं लैब टेक्नीशियन
Image