ललिता पाण्डेय
पढ़ाई के लिए कभी न डांटने वाले न्यारे पापा
कभी-कभी कुछ भी पूछ लेने वाले हमारे पापा
हमारी बचकानी बातों को सुनकर
मन में मुस्कुराने वाले प्यारे पापा
कभी राह में हमारी ही
परीक्षा लेने वाले अध्यापक पापा
हमारे पहनावे के असली समीक्षक पापा
मम्मी के कही जाने पर खाना बनाने वाले सैफ पापा
बिगड़ी चीजों को सुधारने वाले इंजीनियर पापा
कभी बच्चा बन हँसाने वाले बच्चे पापा
सड़क पर आती तेज रफ्तार वाहन देख
झटपट साइड कर डाँटने वाले अच्छे पापा
कभी खाली न बैठने वाले व्यस्त पापा
फूलों की प्यारी फुलवारी बनाने वाले माली पापा
हमारी हर ख्वाहिश पूरी करने वाले जादूगर पापा
माँ से हालचाल पूछ मन की पीड़
न व्यक्त करने वाले चुपचाप पापा
अपनी बेटियों को विदा कर
अकेले रोने वाले हम सबके अनोखे पापा।
ललिता पाण्डेय
दिल्ली