जन्म दिन पर हार्दिक बधाई
भाई डा0 अनिल शर्मा अनिल जी
डा0 प्रमोद शर्मा प्रेम
बसन्त की बयार से बहते रहो
तुम सत्य कहते हो कहते रहो
वीणावादिनी की तुम पर दया
नित नई रचनाऐं को रचते रहे
बातें निष्पक्ष ही करते हो तुम
प्राण यूँ..साहित्य में भरते रहो
आईने सा दिखते .इस दौर में
सब दिलों में...यूहीं बसते रहो
ऊर्जा नित दें तुम्हें श्री राम जी
तुम मित्र मेरे प्रेम से हंसते रहो
डा0 प्रमोद शर्मा प्रेम
नजीबाबाद बिजनौर