ख़ुशबू के मुक्तक



ख़ुशबू पाण्डेय

दिल में नहीं कोई भी हम सवाल रखेंगे।

तुमसे है मुहब्बत यही आमाल रखेंगे।

कितना है दिल में प्यार तुम्हें कैसे दिखाएं,

चेहरा तुम्हारा आंखों में संभाल रखेंगे।

🌼💙🌼💙🌼💙🌼💙


 🌼💙🌼💙🌼💙🌼💙

तुम जो साथ हो तो मुकम्मल सहर लगे।

मुश्किल हो चाहे जो भी मनोरम दहर लगे।

चलते रहें हम यूं ही मुहब्बत की छांव में,

हो धूप भी तो हमको शाम की पहर लगे।

🌼💙🌼💙🌼💙🌼💙


- *ख़ुशबू पाण्डेय, लखनऊ*

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