बाल गीत
महेंद्र देवांगन "माटी"
एक चिड़िया आती है, चींव चींव गीत सुनाती है ।
दो दिल्ली की बिल्ली हैं , दोनों जाती दिल्ली हैं ।।
तीन चूहे राजा हैं , रोज बजाते बाजा हैं ।
चार कोयल आती हैं , मीठी गीत सुनाती हैं ।।
पाँच बन्दर बड़े शैतान, मारे थप्पड़ खींचे कान ।
छः तितली की छटा निराली , उड़ती है वह डाली डाली ।।
सात शेर जब मारे दहाड़ , काँपे जंगल हिले पहाड़ ।
आठ हाथी जंगल से आये , गन्ने पत्ती खूब चबाये ।।
नौ मयूर जब नाच दिखाये , सब बच्चे तब ताली बजाये ।
दस तोता जब मुँह को खोले , भारत माता की जय जय बोले ।।
महेंद्र देवांगन "माटी"
पंडरिया
जिला - कबीरधाम
छत्तीसगढ़
Mahendradewanganmati@gmail.com