परिवार दिवस पर मुक्तक विशेष

  


रिस्तों की मिठास में छनकर लेता है आकार। 

एक दूसरे आपस में करते, हर सपना साकार। 

सुख दुःख दोनों में ही, संम्बन्धों की डोर न टूटे, 

परिवार वही होता है, जिसमें प्यार और सहकार।। 

              डाःमलय तिवारी बदलापुर

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