क्या पाओगे
जो जंगल में आग लगाओगे
जलाकर पशु पक्षियों का घर
कैसे सुरक्षित रह पाओगे..?
प्रकृति उतना ही तो देगी
जितना संभाल पाओगे
क्यों अधिक की लालसा में
पागल हुए जाते हो...
क्यों काटकर
पेड़ों की डालों को
पक्षियों को बेघर
कर जाते हो,
क्यों रोकते हो
नदिया की धार को
पानी बरसता है
फिर बादल बनता है,
यूं ही यह सुन्दर
जीवन चक्र चलता है
तोड़कर इस चक्र को
कैसे जीवित रह पाओगे..?
अमृता पांडे
हल्द्वानी नैनीताल