अतुल पाठक " धैर्य "
चला गया गीतों का कुँअर,
स्मृति हृदय में अब भी शेष है।
जीवन समर्पण साहित्य सेवा में
गीतऋषि का जीवनचरित विशेष है।
गीत ग़ज़ल के तुम हस्ताक्षर,
अमर रहेगा लिखा हर इक अक्षर।
अभिप्रेरक और गुरुवर तुम ही,
कविता गीत सरोवर तुम ही।
साहित्य जगत सदा गर्वित तुम पर,
यह कविता श्रद्धासुमन समर्पित तुम पर।
रचनाकार-अतुल पाठक " धैर्य "
पता-जनपद हाथरस(उत्तर प्रदेश)