भाल दमके हर बालक का
भाग्य चमके जग में सबका
विकास की बहती रहे गंगा
स्वस्थ सारा समाज हो चंँगा
मानव निर्माण की है धूरी
शिक्षा है बहुत जरूरी
संस्कारों का पोषण करती
ज्ञान मोती उर में भरती
बुरे मार्ग से हमें बचाती
दीपक बनकर राह दिखाती
मेहनत सब की लगन हो पूरी
शिक्षा है बहुत जरूरी
किस्मत का ताला खुल जाता
जीवन में जो शिक्षा पाता
कुटुंब समाज राष्ट्र में नर
पद ऊँचा सम्मान ही पाता
सब प्रशंसा करते भूरी भूरी
शिक्षा है बहुत जरूरी
हर समस्या हल सुलझाती
अंधकार में दीप जलाती
जीवन स्तर हो साधारण
पर विचार को उच्च बनाती
प्रगति पथ की मुख्य है धूरी
शिक्षा है बहुत जरूरी
डॉ.सारिका ठाकुर “जागृति”
सर्वाधिकार सुरक्षित
ग्वालियर (मध्य प्रदेश)