आकृति
न जाने यह कहां से आया
पूरे देश में डर है छाया।
आना जाना बंद करवाया
सभी लोगों को घर पर बिठाया।
स्कूल की है याद सताए
दोस्तों के बिन रहा न जाए।
कोरोना वायरस सबको डराए
सभी के मुंह पर मास्क लगाए।
लोग बाहर निकलने से भी घबराए
घर पर बैठे बोर हो जाए।
स्कूल कॉलेज बंद करवाए
कोरोना वायरस बढ़ता जाए।
इसका इलाज समझ ना आए
इसलिए हम सब को खूब सताए।
आओ,हम सभी नियम अपनाएं
पूरे देश को इस बीमारी से बचाएं।
आकृति
कक्षा = नौवीं
राजकीय उच्च विद्यालय,ठाकुरदवारा
कांगड़ा,हिमाचल प्रदेश
सोनाली
नौवीं कक्षा की छात्रा
राजकीय उच्च विद्यालय ठाकुरद्वारा
मेरे छात्रा द्वारा भेजी रचना मौलिक तथा स्वयं रचित है जो कहीं से भी कॉपी पेस्ट नहीं है।
प्रेषित कर्ता
राजीव डोगरा 'विमल'
(भाषा अध्यापक)
9876777233
rajivdogra1@gmail.com