महेंद्र ठाकुर
अंधियारे में प्रकाश की किरण के समान भक्ति के पध पर अग्रेषित करने के साथ ही सकारात्मकता की दिशा प्रदान करते हुए कोरोना महामारी में ऑनलाइन कार्यक्रम के द्वारा भक्ति पथ को प्रसारित करती हुई मां विंध्यवासिनी ट्रस्ट नवीन परिवेश नवीन पहल के अंतर्गत तकनीक का सहारा लेते हुए लाइव कार्यक्रमों के द्वारा श्रीरामचरितमानस भागवत कार्यक्रम लोकगीत पेंटिंग नृत्य काव्यांजलि और व्याख्यान के माध्यम से सप्ताह के प्रत्येक दिवस में विशेष आयोजन के द्वारा कम ही समय में देश विदेशों में लोकप्रियता प्राप्त करता जा रहा है। वर्तमान समय में संस्कृति के संवर्धन के लिए बहुत ही उत्कृष्ट कार्य करते हुए मां विंध्यवासिनी ट्रस्ट निरंतर नवीन माध्यमों के द्वारा सभी आयु वर्ग के बाल कलाकारों युवा कलाकारों को भव्य ज्ञान और विचारों को साझा करने के लिए खुला मंच प्रदान कर रही है। संस्था के संस्थापक साधना मिश्रा विंध्य जी कहती हैं की धर्म के मार्ग पर चलकर ही सत कर्मों का उदय होता है और सत कर्मों के द्वारा ही हमें आत्म चेतना की प्राप्ति होती है उस चेतना के द्वारा कोई भी कार्य कोई भी कठिन समय हमें कठिन नहीं लगता हम स्वयं आत्माचेतना से प्रेरित होकर कठिन समय को भी सहजता से पार कर लेते हैं। साधना जी ***सौजन्य रीमा