हमसफ़र

सवि शर्मा 

साथ पाकर तेरा जीवन ख़ुशियों से भर गया 

खिल उठे इंद्रधनुषों सतरंगी दिल में भर गया 

निशानाथ भी देख हमें मनमुदित मुस्कुरा उठा 

माँग में सितारे भरे सौभाग्य मेरा सज गया 


थी मृत्तिका में बेरंग बैनूर विकलित हिय मेरा 

पाकर पावन स्नेह प्रेम तेरा मेरा रूप संवर गया 


साथ तेरा विश्वास का ना छोड़ना कभी मेरा 

मैं राधा तेरी श्याम तू मेरी धड़कन बन गया 


पग पग में साथ ऊँची नीची डगर संबल प्रिय

साकार स्वप्न पा तुझे जीवन मधुरित हो गया 


हूँ मुदित स्वाँस तेरी बांसुरी सी लागे मुझे 

हर राग जीवन के मुझे बन प्राण सुना गया 


ना करूँ विस्मृत वचन साथ फ़ैरो के कभी 

तू मेरा प्राण तू जीवन सफल बना गया 


ह्रदय पटल पर अंकित नाम तेरा हुआ 

मैं बनी पुजारिन तेरी आराध्य मेरा बन गया 


सवि शर्मा 

देहरादून

Popular posts
अस्त ग्रह बुरा नहीं और वक्री ग्रह उल्टा नहीं : ज्योतिष में वक्री व अस्त ग्रहों के प्रभाव को समझें
Image
गाई के गोवरे महादेव अंगना।लिपाई गजमोती आहो महादेव चौंका पुराई .....
Image
पीहू को जन्मदिन की हार्दिक शुभकामनाएं
Image
ठाकुर  की रखैल
Image
कोरोना की जंग में वास्तव हीरो  हैं लैब टेक्नीशियन
Image