साथ पाकर तेरा जीवन ख़ुशियों से भर गया
खिल उठे इंद्रधनुषों सतरंगी दिल में भर गया
निशानाथ भी देख हमें मनमुदित मुस्कुरा उठा
माँग में सितारे भरे सौभाग्य मेरा सज गया
थी मृत्तिका में बेरंग बैनूर विकलित हिय मेरा
पाकर पावन स्नेह प्रेम तेरा मेरा रूप संवर गया
साथ तेरा विश्वास का ना छोड़ना कभी मेरा
मैं राधा तेरी श्याम तू मेरी धड़कन बन गया
पग पग में साथ ऊँची नीची डगर संबल प्रिय
साकार स्वप्न पा तुझे जीवन मधुरित हो गया
हूँ मुदित स्वाँस तेरी बांसुरी सी लागे मुझे
हर राग जीवन के मुझे बन प्राण सुना गया
ना करूँ विस्मृत वचन साथ फ़ैरो के कभी
तू मेरा प्राण तू जीवन सफल बना गया
ह्रदय पटल पर अंकित नाम तेरा हुआ
मैं बनी पुजारिन तेरी आराध्य मेरा बन गया
सवि शर्मा
देहरादून