पिंकी सिंघल
सबसे प्यारे सबसे न्यारे
मुश्किल में मेरे सखा सहारे
आती जब भी परेशानी कोई
उनको ही बस ये अंखियां निहारें...
आज जन्मदिन आया है उनका
प्यार बांटना काम है जिनका
दया सभी पर रखते हरदम
आदर्शों पर चलना कुछ खास है इनका...
हम सब पर सदा बस प्यार लुटाया
रूठे जब भी हम तो हमें मनाया
रखी कभी न कोई कमी देने में हमको
जरूरत से ज्यादा ही सदा आपसे पाया
बस स्वस्थ रहो आप पापा हरदम
दूर सदा ही रहें आप से सब गम
आए कभी न कोई विपदा जीवन में
आप हैं खुश तो हैं फिर खुश सब हम
पिंकी सिंघल
अध्यापिका
शालीमार बाग
दिल्ली