शिवपुर । मध्यप्रदेश के छोटे से जिले शिवपुर से अंतरराष्ट्रीय साहित्यकार कवि कमल राठौर साहिल हर साल पक्षियों के लिए सकोरा टाँगते हैं । और मूक बेजुबान जानवरों के लिए अपने घर के अगल बगल में 2 टंकियां पानी की रखी रहती है । जिससे बेजुबान जानवर गर्मियों में अपनी प्यास बुझा सके । कमल राठौर साहिल का यह संकल्प है । उनमें प्रतिदिन ताजा और स्वच्छ पानी भरने का संकल्प लिया है। वह प्रतिदिन सुबह पानी भरते हैं। जिससे कई बेजुबान जानवर अपनी दिन भर प्यास बुझाते हैं ।। और छत पर पक्षियों के लिए सकोरे रखकर पानी की व्यवस्था प्रतिदिन करते हैं। और उन में प्रतिदिन ताजा पानी भरते हैं। यह परंपरा सालों पुरानी चली आ रही है पिछले 30 सालों से वह अपने दादाजी के साथ लोगों की प्यास बुझाने के लिए यह कार्य कर रहे हैं। साहिल जी के को यह प्रेरणा उन्हें अपने दादाजी श्री बजरंग लाल राठौर से मिली । इनके दादा जी हर साल लगातार 20 साल से पानी की प्याऊ गर्मियों में आम लोगों के लिए लगाते थे। जिससे मटको का ठंडा पानी पीकर लोगों को सुकून मिलता था। यहीं से प्रेरणा लेकर कमल राठौर साहिल जी ने इस परंपरा को दादा जी के देहांत होने के बाद भी जारी रखा। आज भी साहिल जी प्रतिदिन मुंह जानवरों के लिए पानी की टंकी में प्रतिदिन ताजा पानी भरते हैं। और छत पर पक्षियों के लिए सकोरे में प्रतिदिन पानी भरने का कार्य निरंतर कर रहे हैं।
संकल्प प्रतिदिन पानी भरने का