क्रोध का मनोविज्ञान

 

जितेन्द्र 'कबीर'

क्रोध कुछ लोगों के लिए है

अपनी कमजोरी को

दुनिया से छिपाने का साधन भर


और कुछ के लिए

गलती सामने आ जाने का डर,


क्रोध चालाक बड़ा है

चुनता है शिकार सोच समझकर,

निकलता है ज्यादातर

ऐसे लोगों के ऊपर

जो हों आपसे पद, हैसियत और

ताकत में कमतर,


क्रोध वहां हो जाता है

और भी खतरनाक व बर्बर

पलटवार की जहां ना हो 

कोई उम्मीद

या फिर सामने वाला हो

पूरी तरह से निर्भर हम पर,


क्रोधी इंसान दिखाना चाहता है

खुद को सबसे ताकतवर

लेकिन असल में वो होता है

अपनी निराशा, हताशा को

नियंत्रित करने में नाकाम

सिर्फ एक डरपोक और कायर।


                       जितेन्द्र 'कबीर'

 गांव नगोड़ी डाक घर साच तहसील व जिला चम्बा हिमाचल प्रदेश 176314

संपर्क सूत्र - 7018558314

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