पिंकी सिंघल
क्या बात हुई जो हम पर अब लिखते नहीं हैं आप
है खता हुई कोई हमसे या हमें भूल गए हैं आप
पहले तो हर तराना मेरा होता था जो गाते थे आप
पागल इस दिल पर मेरे करते थे राज बस आप
फिक्र नहीं हमें आपकी अब न कहना कभी ये आप
दिन हो या रात ख्यालों में मेरे रहते हो आप ही आप
देखो कभी भी हमसे अब दूर नहीं जाना आप
आप तो जिंदा रह लोगे हम रह पाएंगे न बिन आप
पिंकी सिंघल
अध्यापिका
शालीमार बाग दिल्ली